383 मैं बस करूँगी परमेश्वर का अनुसरण
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मैं चलती हूँ मसीह के साथ एक कठिन रास्ते पर।
पीड़ा और शोधन से होकर मैं चखती हूँ स्वाद परमेश्वर के प्रेम का।
सत्य पाकर बदल जाता है स्वभाव मेरा
और न्याय किए जाने पर बचा ली जाती हूँ मैं।
तीखी तलवार हैं परमेश्वर के वचन, जो उजागर करते हैं भ्रष्टता मेरी;
वे करते हैं न्याय और शुद्ध मुझे, बदलते हैं जीवन मेरा।
देखने के बाद परमेश्वर की मनोहरता, करती हूँ उससे प्रेम करने की खोज मैं
और अपने बाकी दिनों में
परमेश्वर का अनुसरण करने की जीवन प्रतिज्ञा करती हूँ मैं।
चाहे मैं कल जीवित रहूँ या मर जाऊँ, चाहे आसमान गिर जाए या धरती फट जाए,
बस परमेश्वर का अनुसरण और अपना कर्तव्य पूरा करूँगी मैं,
परमेश्वर के लिए गवाही देने के लिए सत्य का अभ्यास करूँगी मैं।
जैसे-जैसे चलती हूँ मैं, जीवन मार्ग और भी उज्ज्वल होता जाता है मेरा।
2
चलती हूँ मसीह के साथ कठिन रास्ते पर मैं।
व्यावहारिक परमेश्वर है मसीह पहचान गई हूँ मैं।
परीक्षणों और क्लेशों के माध्यम से परमेश्वर करता है मार्गदर्शन मेरा
और उसके वचन में मिलती है शक्ति मुझे।
सच्ची रोशनी हैं परमेश्वर के वचन, करते हैं आगे का रास्ता रोशन।
भरी हुई हूँ आस्था से मैं और परमेश्वर का अनुसरण करने का पूर्ण है दृढ़ संकल्प मेरा।
मेरा सहारा है परमेश्वर और उसके हाथों में है मृत्यु और जीवन मेरा।
कैसे झुक सकती हूँ शैतान और राक्षस के आगे मैं?
चाहे मैं कल जीवित रहूँ या मर जाऊँ, चाहे आसमान गिर जाए या धरती फट जाए,
बस परमेश्वर का अनुसरण और अपना कर्तव्य पूरा करूँगी मैं,
परमेश्वर के लिए गवाही देने के लिए सत्य का अभ्यास करूँगी मैं।
जैसे-जैसे चलती हूँ मैं, जीवन मार्ग और भी उज्ज्वल होता जाता है मेरा।