304  किस तरह का व्यक्ति बचाया नहीं जा सकता?

बचाया जाना निर्भर नहीं है काम या काबिलियत पर।

निर्भर है इस पर कि तुम्हारे अनुसरण ने

फल दिया है या नहीं, फल दिया है या नहीं।


1

सड़कों पर भले ही भटके हो तुम कई साल, पर कहाँ है गवाही तुम्हारी?

ईश्वर के लिए तुम्हारी श्रद्धा कम है वासनाओं और खुद के लिए प्यार से।

तुम कैसे हो सकते प्रतिमान उद्धार का?

तुम्हारी न बदलने वाली, विद्रोही प्रकृति उससे परे है।

क्या तुम हटाए नहीं जाओगे?

परमेश्वर के काम का अंत क्या तुम्हारा अंतिम दिन नहीं होगा?


बचाया जाना निर्भर नहीं है काम या काबिलियत पर।

निर्भर है इस पर कि तुम्हारे अनुसरण ने

फल दिया है या नहीं, फल दिया है या नहीं।


2

ईश्वर ने किए बहुत-से कार्य, बोले अनेक वचन,

तुमने कितने सुने, कितने माने?

जब उसका काम ख़त्म होगा तब तुम उसका विरोध करना छोड़ोगे।

उसके काम के दौरान तुमने उसके खिलाफ़ काम किया,

खुद का "काम" और राज्य बनाया।

लोमड़ियों और कुत्तों की फ़ौज, तुम्हारे सारे काम उसके खिलाफ़ हैं।

बाँहों में भरना चाहो उन्हें जो प्यार करते तुम्हें,

कहाँ है श्रद्धा तुम्हारी ओ कपटी लोगो?

ईशनिंदा करने वाले अश्रद्धालु क्या बचाए जा सकेंगे?


बचाया जाना निर्भर नहीं है काम या काबिलियत पर।

निर्भर है इस पर कि तुम्हारे अनुसरण ने

फल दिया है या नहीं, फल दिया है या नहीं।


3

इस सत्य, मार्ग और जीवन में तुम्हारी रुचि नहीं,

इसके बजाय तुम चाहते पाप, दौलत-शोहरत,

मौज-मस्ती, वासना देह की।

कैसे प्रवेश कर सकते तुम ईश्वर के राज्य में?

तुम्हारी छवि और हैसियत तो है ईश्वर से भी बड़ी।

तुम इंसानों के आदर्श बन गए हो। क्या तुम महादूत नहीं बन गए हो?


बचाया जाना निर्भर नहीं है काम या काबिलियत पर।

निर्भर है इस पर कि तुम्हारे अनुसरण ने

फल दिया है या नहीं, फल दिया है या नहीं।


जब इंसान के नतीजे प्रकट किए जाएँगे,

जब उद्धार का काम ख़त्म हो रहा होगा,

तो कई बन चुके होंगे लाश, उद्धार से परे, उन्हें हटाना ही होगा।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, अभ्यास (7) से रूपांतरित

पिछला:  303  पश्चाताप-रहित लोग जो पाप में फँसे हैं उद्धार से परे हैं

अगला:  305  तुमने ईश्वर को क्या समर्पित किया है?

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger