104  जब मैंने परमेश्वर को खो दिया

1

जब खोया मैंने परमेश्वर को,

लगा जैसे पानी पर बहता तिनका हूँ मैं, जिसके पास थामने को कुछ न हो।

परमेश्वर की उपस्थिति के बिना जीवन बहुत खाली हो गया।

परमेश्वर का हृदय फिर से पाने के लिए विनती के शब्द नहीं हैं काफी।

नफरत करती हूं मैं खुद से कि केवल देह के सुखों से चिपकी रही,

सत्य का अनुसरण न किया।

हे परमेश्वर, याद आती है तुम्हारी। अपने दिल में पुकारती हूँ नाम तुम्हारा।

शैतान की सत्ता के अधीन चलती-फिरती लाश की तरह जीती हूँ मैं।

मैं कैसे जीती रह सकती हूँ, तुम्हारे मार्गदर्शन और प्रबोधन के बिना?

दिल में तब तक तुम्हारे लिए तरसूँगी मैं, जब तक मैं तुम्हें अपने प्रेम से वापस नहीं जीत लेती।


2

जब खोया मैंने परमेश्वर को,

लगा जैसे पानी पर बहता तिनका हूँ मैं, जिसके पास थामने को कुछ न हो।

परमेश्वर की उपस्थिति के बिना जीवन बहुत खाली हो गया।

देखती हूँ कि बड़ी आपदाएँ पहले ही आ चुकी हैं, बहुत व्याकुल होती हूँ मैं।

देह से चिपकी रही, परमेश्वर के वचन से भटकी

तो उससे कैसे कर सकती हूँ सुरक्षा का अत्यधिक अनुरोध?

हे परमेश्वर, याद आती है तुम्हारी। अपने दिल में पुकारती हूँ नाम तुम्हारा।

मैं नहीं हो सकती और भ्रष्ट, तुम्हें संतुष्ट करने को निभाना चाहती हूँ अपना कर्तव्य।

मैं नहीं कहती कि तुम करो मुझे क्षमा,

बस इतना चाहती हूँ कि मैं अपना बाकी जीवन जी सकूँ तुम्हारे लिए।

दिल में तब तक तुम्हारे लिए तरसूँगी मैं, जब तक मैं तुम्हें अपने प्रेम से वापस नहीं जीत लेती।

पिछला:  103  परमेश्वर के प्रेम की यादें

अगला:  105  एक भावुकतापूर्ण जुदाई

संबंधित सामग्री

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger