264  परमेश्वर द्वारा उद्धार से आनंदित हैं हम

1

हम गाते हैं, हम नाचते हैं! उत्साही हृदय वाले आनंदित लोग हैं हम।

परमेश्वर का उद्धार पाकर हम अपना हृदय अर्पित करते हैं।

ऊँचे सुर में परमेश्वर की स्तुति करते हैं, आनंद में उसके लिए नाचते हैं हम।

फिर से उठकर सत्य का अनुसरण करते हैं।

हम अब नकारात्मक नहीं हैं और हमारी आत्माएँ मुक्ति पाती हैं।

हम अपने दिल खोलते हैं और लय का अनुसरण करते हैं,

हाथ में हाथ डालकर, दिल से दिल मिलाकर।

हम अपने दिल खोलते हैं और लय का अनुसरण करते हैं,

हम चाहते हैं कि परमेश्वर हमारे आनंद को महसूस करे।

हम नहीं चाहते कि परमेश्‍वर को और दुख हो या फिर उसका दिल टूटे।


2

हम अपने दिल खोलते हैं और बाँहें हिलाते हुए नाचते हैं।

कौन हमारे दिलों को झकझोरता है? किसके लिए हमारे आँसू बहते हैं?

तुम्हारा न्याय हमें शुद्ध करता है; हम प्रभावित होकर आँसू बहाने लगते हैं।

हम बाँहें फैलाकर उम्मीद का स्वागत करते हैं।

हम सत्य का अभ्यास करते हैं, परमेश्वर से प्रेम का अनुसरण कर उसके लिए जीते हैं;

दुःख धीरे-धीरे दूर हो जाता है।

परमेश्वर दया करता है और प्रेम के बीज बोता है।

हम धूल हैं, और अच्छे फल बनते हैं।

परमेश्वर दया करता है, वह प्रेम के बीज बोता है।

भ्रष्ट मानवजाति को बहुत पसंद किया जाता है और वह इतने महान उद्धार का आनंद उठाती है।


3

हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर! तुम हमसे इतना प्रेम करते हो!

इस जीवन में, हम सिर्फ तुम्हारे लिए जीते हैं।

हालाँकि परीक्षणों में हम दुख पाते हैं, पर तुम्हारा प्रेम हमारे साथ है।

हम अंत तक तुम्हारा अनुसरण करेंगे।

मैं सत्य का अभ्यास करता हूँ और मैं वफादार और समर्पित हूँ।

मैं नहीं चाहता कि तुम मेरी अब और फिक्र करो।

इस जीवन में, हम सिर्फ तुम्हारे लिए जीते हैं।

हम अंतिम साँस तक तुम्हारे लिए समर्पित रहेंगे।

इस जीवन में, हम सिर्फ तुम्हारे लिए जीते हैं।

हम अद्भुत गीत गाते हैं और ऐसे आनंदपूर्ण नृत्य करते हैं,

सिर्फ तुम्हारे लिए, सिर्फ तुम्हारे लिए,

सिर्फ तुम्हारे लिए, सिर्फ तुम्हारे लिए।

पिछला:  263  जो करते हैं प्यार परमेश्वर से रहते हैं वे रोशनी में

अगला:  265  पा नहीं सकते थाह परमेश्वर के कार्यों की

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger