299  परमेश्वर को सच्चा प्रेम करना ही सबसे बड़ी ख़ुशी है

1

आखिर हमने सुनी वाणी ईश्वर की

उठाये गए उसके सिंहासन के सामने।

खाते-पीते, आनंद लेते उसके वचनों का,

रहते उसकी रोशनी में हम।

सत्य पर सहभागिता में,

अनुभव सांझा करने में,

मिलती है बेहद ख़ुशी दिल को हमारे।

अनुभव लेकर परमेश्वर के वचनों का,

जानकर सत्य को,

रूहें हमारी मुक्त होतीं,

महसूस करते प्रसन्नता हम।


परमेश्वर के वचनों के न्याय से गुज़रकर,

शुद्ध होकर, बन गये नये इंसान हम।

पाने को नया जीवन, खोजते सत्य को हम।

करना सच्चा प्रेम परमेश्वर को, है ख़ुशी सबसे बड़ी।


2

मसीह के आसन के सम्मुख गुज़रकर न्याय से,

देख चुके इंसान की भ्रष्टता के सत्य को हम।

दुधारी तलवार हैं वचन परमेश्वर के,

भेदते हैं आत्मा और हृदय हमारे।

समझकर सत्य को, जानकर ख़ुद को,

जीवन में प्रवेश का मार्ग है पास हमारे।

देखकर शैतानी प्रकृति और सार अपना,

लिया है संकल्प हमने पश्चाताप का,

नये आरंभ का।


परमेश्वर के वचनों के न्याय से गुज़रकर,

शुद्ध होकर, बन गये नये इंसान हम।

पाने को नया जीवन, खोजते सत्य को हम।

करना सच्चा प्रेम परमेश्वर को, है ख़ुशी सबसे बड़ी।


3

परमेश्वर से सच्चा प्रेम करके,

अपना कर्तव्य निभा कर,

पाएँगे आशीष यकीनन परमेश्वर से हम।

सब त्याग देते उसके अनुसरण की ख़ातिर

और उसकी ज़ोरदार गवाही देते हम।

लेते संकल्प परमेश्वर के सम्मुख हम,

रहेंगे निष्ठावान आख़िरी साँस तक, लेते शपथ हम।

उपहास, निंदा, दमन या मुश्किलें,

रोक न पाएँगी विकास को हमारे।


परमेश्वर के वचनों के न्याय से गुज़रकर,

शुद्ध होकर, बन गये नये इंसान हम।

पाने को नया जीवन, खोजते सत्य को हम।

करना सच्चा प्रेम परमेश्वर को, है ख़ुशी सबसे बड़ी।

करना सच्चा प्रेम परमेश्वर को, है ख़ुशी सबसे बड़ी।

करना सच्चा प्रेम परमेश्वर को, है ख़ुशी सबसे बड़ी।

पिछला:  298  परमेश्वर के लिए अपने दिल के प्रेम को गाकर सुनाओ

अगला:  300  परमेश्वर के लिये प्रेम-गीत सदा गाते रहेंगे हम

संबंधित सामग्री

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger