112  क्या परमेश्वर से तुम्हारा संबंध सामान्य है?

1

जो तुम पूर्ण किए जाना चाहो, सही राह में प्रवेश करना चाहो,

रहे तुम्हारा दिल ईश्वर के पास ही, न भटको, न जाओ शैतान के पीछे।

शैतान को काम का मौका न दो, शैतान के द्वारा इस्तेमाल न हो,

ख़ुद को ईश्वर को अर्पित कर दो, ईश्वर ही शासन करे।


अपने कर्मों, विचारों और शब्दों को जाँचो,

अपनी असली स्थिति को समझो और जानो,

आत्मा के कार्य के मार्ग में प्रवेश करो,

तब ईश्वर से संबंध तुम्हारा सामान्य होगा।


2

क्या चाहो तुम शैतान द्वारा इस्तेमाल होना, उसका सेवक बनना?

तुम्हारी आस्था है ईश्वर से पूर्णता पाने की, या उसके काम में विषमता बनने की?

क्या चाहते हो ईश्वर को प्राप्त होना? अपना जीवन सार्थक जीना?

या चाहते हो सिर्फ तुम जीना बेकार और खोखला जीवन?


अपने कर्मों, विचारों और शब्दों को जाँचो,

अपनी असली स्थिति को समझो और जानो,

आत्मा के कार्य के मार्ग में प्रवेश करो,

तब ईश्वर से संबंध तुम्हारा सामान्य होगा।


3

क्या चाहो तुम्हें ईश्वर प्रयोग करे या शैतान शोषित करे?

भरना चाहोगे ईश्वर के सत्य और वचन से या भरना शैतान और पाप से?

जीवन में अपने शब्द और कर्म समझो जो कर सकते हैं ईश्वर से

तुम्हारे संबंध को ख़राब, सही स्थिति में प्रवेश करो।


अपने कर्मों, विचारों और शब्दों को जाँचो,

अपनी असली स्थिति को समझो और जानो,

आत्मा के कार्य के मार्ग में प्रवेश करो,

तब ईश्वर से संबंध तुम्हारा सामान्य होगा।


4

तुम्हारे संबंध ईश्वर से हैं या नहीं, अच्छे और उचित, इसे जानो,

अपने इरादों को तुम सुधारो, इंसान की प्रकृति और सार को जानो।

तो तुम वास्तव में खुद को जान सकते हो, असल अनुभव में प्रवेश कर सकते हो।

तुम सच में अहम को त्याग दोगे और करोगे आज्ञापालन।


जब तुम अनुभव करो, ईश्वर से है तुम्हारा संबंध सामान्य।

तुम पाओगे अवसर पूर्ण किए जाने के।

तुम समझोगे कई स्थितियों को, जहां पवित्र आत्मा काम करे।

तुम समझ लोगे शैतान की चालों को। ऐसे तुम पूर्ण किये जाओगे।


अपने कर्मों, विचारों और शब्दों को जाँचो,

अपनी असली स्थिति को समझो और जानो,

आत्मा के कार्य के मार्ग में प्रवेश करो,

तब ईश्वर से संबंध तुम्हारा सामान्य होगा।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर के साथ तुम्हारा संबंध कैसा है? से रूपांतरित

पिछला:  111  परमेश्वर के साथ सामान्य संबंध रखना महत्वपूर्ण है

अगला:  115  व्यावहारिक परमेश्वर इंसानों के बीच प्रकट होता है

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger