150  मसीह का सारतत्व है परमेश्वर

1

परमेश्वर देह बनकर मसीह कहलाता है,

जो मसीह सत्य दे पाए, परमेश्वर कहलाता है।

ये कहना कोई बड़ी बात नहीं,

क्योंकि उसमें सारतत्व है परमेश्वर का।

है उसमें स्वभाव परमेश्वर का,

है उसके काम में बुद्धि परमेश्वर की,

इन तक न पहुँच पाए कभी मानव।

जो ख़ुद को मसीह तो कहते हैं,

लेकिन परमेश्वर का काम नहीं कर पाते, वो तो केवल कपटी हैं।

मसीह केवल धरती पर, परमेश्वर की अभिव्यक्ति नहीं,

है ख़ास देह जिसको धरकर, लोगों के बीच में रहकर,

काम सभी पूरे करता है।


2

ये देह नहीं ऐसा, कोई भी उसकी जगह ले ले।

ये देह ऐसा जो धरती पर, परमेश्वर का काम करे,

ये देह ऐसा जो, परमेश्वर का स्वभाव व्यक्त करे,

ये देह ऐसा जो धरती पर, परमेश्वर को दर्शाए,

ये देह ऐसा जो, लोगों को जीवन दे पाए।

जो कहते हैं ख़ुद को मसीह,

आज नहीं तो कल, उनका पतन होगा।

क्योंकि भले ही वो ख़ुद को मसीह कहते हैं,

मगर मसीह का उनमें कोई सार नहीं।

परमेश्वर का कहना है, नहीं कोई इंसा ऐसा,

मसीह की सच्चाई को, परिभाषित जो कर पाए।

केवल परमेश्वर है जो, इसका उत्तर दे पाए,

केवल परमेश्वर है जो इसका निश्चय कर पाए।

गर सच में तुम जीवन की राह खोजना चाहो,

तो पहले ये स्वीकार करो, वो इंसानी धरती पर आकर,

लोगों को, राह जीवन की अर्पित करता है।

अंत के दिनों में परमेश्वर आता है,

और इंसानों को, राह जीवन की अर्पित करता है।

वो इंसानी धरती पर आकर,

लोगों को, राह जीवन की अर्पित करता है।

ये पिछले दौर की बात नहीं, आज हो रहा है ऐसा, आज हो रहा है ऐसा।

आज हो रहा है ऐसा, आज हो रहा है ऐसा।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, केवल अंत के दिनों का मसीह ही मनुष्य को अनंत जीवन का मार्ग दे सकता है से रूपांतरित

पिछला:  149  देहधारण के मायने

अगला:  151  देह और आत्मा का कार्य एक ही सार का है

संबंधित सामग्री

610  प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

775  तुम्हारी पीड़ा जितनी भी हो ज़्यादा, परमेश्वर को प्रेम करने का करो प्रयास

1समझना चाहिये तुम्हें कितना बहुमूल्य है आज कार्य परमेश्वर का।जानते नहीं ये बात ज़्यादातर लोग, सोचते हैं कि पीड़ा है बेकार:अपने विश्वास के...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger