612  जब तुम खोलते हो अपना हृदय परमेश्वर के लिए

1

जब तुम जानते नहीं परमेश्वर को और उसके स्वभाव को,

तुम्हारे हृदय खुल नहीं सकते सचमुच, परमेश्वर के लिए।

जब समझ लेते हो तुम सब परमेश्वर को,

तुम समझ पाओगे क्या है हृदय में उसके,

ले पाते हो आनंद जो है उसके भीतर, अपने पूरे विश्वास और ध्यान से।

जब तुम लेते हो आनंद जो है उसके भीतर का, थोड़ा-थोड़ा कर के,

एक-एक दिन कर के,

जब तुम लेते हो आनंद जो है उसके भीतर का,

तुम्हारा हृदय खुल जाएगा परमेश्वर के लिए।

जब तुम्हारा हृदय सचमुच खुलता है, जब तुम्हारा हृदय सचमुच खुलता है,

तुम्हें होगी घृणा, आएगी शर्म तुम्हें अपने अत्यधिक और स्वार्थी अनुरोधों पर।

जब तुम्हारा हृदय सचमुच खुलता है, जब तुम्हारा हृदय सचमुच खुलता है,

तो परमेश्वर के हृदय में दिखेगी एक अनंत दुनिया,

अनकही आश्चर्य की दुनिया में खुद को पाओगे।

ख़त्म होता है अंधकार, बुराई, और झूठ,

जब तुम खोलते हो अपना हृदय परमेश्वर के लिए।

सिर्फ़ सच्चाई, सिर्फ़ विश्वास, सिर्फ़ रोशनी, सिर्फ़ न्याय,

जब तुम खोलते हो अपना हृदय परमेश्वर के लिए।


2

वो है प्रेम, वो है दयालु, अनंत करूणा से भरपूर।

महसूस करोगे तुम सिर्फ़ सुख, जब तुम

खोलते हो अपना हृदय परमेश्वर के लिए।

उसकी समझ और शक्ति, उसके अधिकार और

प्रेम से, भर जाती है ये दुनिया।

देखोगे तुम परमेश्वर का स्वरूप क्या है,

क्या दे उसे ख़ुशी, क्या तोड़े उसका दिल,

क्या करता है उसे दुखी और क्रोधित, देख पाता है हर एक,

जब तुम खोलते हो अपना हृदय परमेश्वर के लिए,

और अंदर आने की देते हो इजाज़त।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर III से रूपांतरित

पिछला:  611  परमेश्वर मनुष्य को किस तरह देखता है

अगला:  613  परमेश्वर को अपने हृदय में आने दो

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger