941  परमेश्वर का धार्मिक स्वभाव है अनूठा

1

अपना धार्मिक स्वभाव परमेश्वर करता है अभिव्यक्त

अनूठे तरीकों और सिद्धांतों से,

किसी व्यक्ति, घटना या वस्तु के नियंत्रण के नहीं अधीन।

कोई बदल नहीं सकता उसके विचार और सोच को,

कोई तैयार नहीं कर सकता उसे अलग राह पर चलने को।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।


2

अपनी सभी रचनाओं के कर्मों और सोच का,

अपनी सभी रचनाओं के कर्मों और सोच का

परमेश्वर अपने धार्मिक स्वभाव से करता है न्याय।

उसके आधार पर वो ज़ाहिर करता है अपना क्रोध या अपनी दया।

कोई बदल नहीं सकता उसका क्रोध या दया।

सिर्फ़ उसका तत्व कर सकता है इस राह पर फ़ैसला।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।


3

परमेश्वर का धार्मिक स्वभाव, पवित्र और अनूठा,

परमेश्वर का धार्मिक स्वभाव, पवित्र और अनूठा,

कोई उल्लंघन नहीं कर सकता, न ही उठा सकता इस पर प्रश्न।

कोई नहीं कर सकता इसे हासिल, सृजित या गैर-सृजित।

परमेश्वर का क्रोध है पवित्र, कर सकते नहीं इसका अपमान,

उसकी दया भी उसी स्वभाव को दर्शाती।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।


4

कोई ले नहीं सकता परमेश्वर की जगह उसके कार्यों में,

सृजित या गैर-सृजित।

न ही कर सकता है सोदोम को नष्ट

या नीनवे को बचाने का कार्य, जैसा किया परमेश्वर ने।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।

यह अनूठी प्रकृति है सृष्टिकर्ता के धार्मिक स्वभाव की।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है II से रूपांतरित

पिछला:  940  परमेश्वर का धर्मी स्वभाव सच्चा और सुस्पष्ट है

अगला:  942  बेहद दयालु और अत्यंत क्रोधी है परमेश्वर

संबंधित सामग्री

775  तुम्हारी पीड़ा जितनी भी हो ज़्यादा, परमेश्वर को प्रेम करने का करो प्रयास

1समझना चाहिये तुम्हें कितना बहुमूल्य है आज कार्य परमेश्वर का।जानते नहीं ये बात ज़्यादातर लोग, सोचते हैं कि पीड़ा है बेकार:अपने विश्वास के...

610  प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger