621  परमेश्वर द्वारा मनुष्य की दी गयी तीन चेतावनियाँ

परमेश्वर के देहधारण और देह में कार्य के,

हैं बड़े मायने इन्सान के लिए,

देह और दूषण में जी रहे हर इन्सान के वास्ते,

उसकी इच्छा और स्वभाव के मायने हैं और भी बड़े।

अब जानते हो तुम परमेश्वर का स्वरूप, स्वभाव।

क्या जानते हो तुम्हें उससे कैसे पेश आना चाहिए?

परमेश्वर देता तुम सबको तीन चेतावनियाँ।

गर निभा सको तुम इन्हें पूरी क्षमता से, तो रहोगे तुम सुरक्षित,

परमेश्वर को क्रोध अब न दिलाओगे।


1

न लो परीक्षा परमेश्वर की।

चाहे कितना भी समझो उसे,

चाहे कितना भी जानो उसे, न लो परीक्षा परमेश्वर की।

पद के लिए न झगड़ो परमेश्वर से।

चाहे कोई भी पद तुम्हें वो सौंपे, चाहे कोई भी काम तुम्हें वो सौंपे,

चाहे जिस भी कर्तव्य के लिए तुम्हें वो उठाये,

चाहे उसके लिए कितने भी त्याग किये हों तुमने,

पद के लिए न झगड़ो परमेश्वर से।


2

परमेश्वर से मुकाबला न करो।

परमेश्वर जो करता तुम्हारे साथ,

चाहे उसे समझो न समझो, पालन करो न करो,

तुम्हारे लिए उसकी व्यवस्था का पालन करो न करो,

तुम्हारे लिए लाता है जो उसका पालन करो न करो,

पर परमेश्वर से मुकाबला न करो।

अब जानते हो तुम परमेश्वर का स्वरूप, स्वभाव।

क्या जानते हो तुम्हें उससे कैसे पेश आना चाहिए?

परमेश्वर देता तुम सबको तीन चेतावनियाँ।

गर निभा सको तुम इन्हें पूरी क्षमता से, तो रहोगे तुम सुरक्षित,

परमेश्वर को क्रोध अब न दिलाओगे।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर III से रूपांतरित

पिछला:  620  परमेश्वर के स्वभाव को भड़काने के परिणाम

अगला:  624  परमेश्वर का अधिकार प्रतीक है उसकी पहचान का

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

Connect with us on Messenger