भजन की यह किताब दो मुख्य भागों में विभाजित है : पहले खंड में परमेश्वर के वचनों के भजन शामिल हैं, जो सर्वशक्तिमान परमेश्वर से मिले अत्यावश्यक कथनों से बने हैं, और दूसरे में परमेश्वर के चुने हुओं की वास्तविक गवाहियाँ है जो परमेश्वर के न्याय से गुज़रने और उसका अनुसरण करने में आई कठिनाइयों और यंत्रणाओं को झेलने के बाद दी गयी हैं। ये भजन, परमेश्वर के चुने हुए लोगों की आध्यात्मिक भक्ति के लिए बहुत ही लाभकारी हैं, इससे उन्हें परमेश्वर के करीब आने, परमेश्वर के वचनों के चिंतन और सत्य समझने में बहुत मदद मिलेगी; इसके अलावा, ये भजन परमेश्वर के वचनों का अनुभव करने वाले और उनके वचनों की वास्तविकता में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए बहुत हितकर हैं।
जीवन-प्रवेश पर पुस्तकें
1मनुष्य का पुत्र आता है धरती पर
2चल रहा हूँ पथ पर राज्य की ओर मैं
9काश मैं हर दिन परमेश्वर के साथ होती
11मैं परमेश्वर के प्रति अनुरक्त हूँ
13कितना प्यारा है कलीसियाई जीवन
19एकमात्र सच्चा परमेश्वर हुआ है प्रकट देह में
20सर्वशक्तिमान परमेश्वर, महिमा का राजा
21सिंहासन पर विराजमान है परमेश्वर
22पूरब में प्रकट होते अंत के दिनों के मसीह
23सर्वशक्तिमान परमेश्वर, पहला और अंतिम
29ऊँचे सुर में स्तुति करो सर्वशक्तिमान परमेश्वर की
34परमेश्वर को सेवा प्रदान करना हमारा सौभाग्य है
39सभी चीज़ों में परमेश्वर के आयोजन को मैं सर्मपित हो जाऊँगा
42सर्वशक्तिमान परमेश्वर की विजय का गुणगान करो
47परमेश्वर की महिमा गाते, हम मिलकर आनंद मनाते
50परमेश्वर से प्रेम करने वाले दिल से उसकी स्तुति करो
52परमेश्वर के सामने जीना बहुत आनंदमय है
53सर्वशक्तिमान परमेश्वर का गुणगान कभी न ख़त्म होगा
56पूरी कायनात भरी है परमेश्वर की स्तुति से
58उठो और परमेश्वर के लिए नृत्य करो
59हो चुका है पूरा महान कार्य परमेश्वर का
62देखें कौन बेहतर गवाही देता है परमेश्वर की
65भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन
71परमेश्वर अब तक कार्य कर रहा है, फिर भी तुम अभी भी समझते क्यों नहीं हो?
72परमेश्वर के लिए हमेशा स्तुति के गीत गाओ
75सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रकट हुआ है दुनिया के पूरब में
76न्याय ने जगा दिया दिल को मेरे
77परमेश्वर के महान कार्य के पूरा होने की सराहना करो
78सिंहासन के चारों ओर, नाचो चारों ओर
80युगों-युगों के संत ज़िंदा किए गए हैं
82मैं परमेश्वर से प्रेम करने का प्रयास करने के लिए संकल्पबद्ध हूँ
84परमेश्वर आज भी हमसे प्रेम करता है
92मैं बस इतना माँगता हूँ कि परमेश्वर संतुष्ट हो
95परमेश्वर के अनुग्रह की गिनती
97सर्वशक्तिमान परमेश्वर के लिये तरसना
98राज्य के नज़ारे लगते हैं नये सदा
101हे परमेश्वर, मुझे तेरी याद आती है
104जब मैंने परमेश्वर को खो दिया
107परमेश्वर का प्रेम सदा हमारे साथ है
110हे परमेश्वर, क्या आप जानते हैं कि मैं आपके लिए कितना लालायित हूँ?
113सर्वशक्तिमान परमेश्वर का प्रेम परम निर्मल है
114और गहराई से प्रेम करना चाहता हूँ मैं परमेश्वर को
116मैं परमेश्वर की विश्वासपात्र बनना चाहती हूँ
118मैंने देखा है प्रेम परमेश्वर का
120ओह, परमेश्वर! मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता
121काश, मैं सदा तुम्हारे साथ रह पाऊँ
122परमेश्वर के प्रेम ने मेरे दिल को पिघला दिया है
125परमेश्वर से प्रेम करने के मार्ग पर निर्भीक रहो
126परमेश्वर का प्रेम सारे विश्व में फैलता है
128केवल परमेश्वर से सच्चा प्रेम करने वाले ही ईमानदार हैं
129परमेश्वर से प्रेम करने की राह पर आगे बढ़ना
131बिना पश्चाताप के परमेश्वर से प्रेम करने का गीत
132घेर लेता है मेरे दिल को परमेश्वर का प्रेम
134मसीह का धर्मी राज्य साकार हुआ है
136सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही है जो हमें बचाता है
137मसीह के राज्य का अवतरण हुआ है धरती पर
140आँधी-तूफानों में भी साथ रहूँगा, मृत्यु तक निष्ठावान रहूँगा
141मैं अनंत काल तक परमेश्वर से प्रेम करूँगा
144मसीह का राज्य इंसानों के बीच साकार हुआ है
145सहस्त्राब्दी का राज्य नज़र आता है
151मेरे दिल में जो कुछ है मैं वह सब कह नहीं सकता
154मैं तेरे साथ आँधी-तूफ़ानों से गुज़र सकता हूँ
157सर्वशक्तिमान परमेश्वर का आना कितना अद्भुत है
161जब तक सत्य न पा लूँ, मैं नहीं रुकूँगा
163मैंने परमेश्वर के प्रेम का बहुत आनंद लिया है
164धरती पर सच्चा प्यार पाना क्यों है इतना मुश्किल
166मैं बस करूँगी परमेश्वर का अनुसरण
168ओ मेरे प्रिय, मैं तलाश में हूं तुम्हारी
171राज्य
172जहाँ भी जाओगे, मैं तुम्हें चाहूंगा
173परमेश्वर के महिमा दिवस को देखना मेरी अभिलाषा है
177इरादा पक्का है परमेश्वर के अनुसरण का
178मोआब के वंशजों की ओर से परमेश्वर की स्तुति
179मेरे दिल को और कुछ नहीं चाहिए
180मुझे परमेश्वर ने ही बचाया है
181जब तू मेरे सामने आएगा, तो मैं तेरे मुस्कुराते हुए चेहरे का स्वागत करूँगा
182मैंने परमेश्वर की मनोहरता देखी है
184सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मेरा दिल तुम्हारा ही है
185परमेश्वर ने मुझे बहुत प्रेम दिया है
186परमेश्वर के हृदय को सुख देने के लिए नया इंसान बनना
187अंत के दिनों का मसीह, मानव जाति का उद्धारकर्ता
189हे परमेश्वर! मेरा दिल पहले से ही तेरा है
190सृजित प्राणी के हृदय की वाणी
191उस इंसान की समानता जिसे परमेश्वर से प्रेम है
192परमेश्वर उन्हें स्वीकार करता है जो उससे प्रेम करते हैं
195सबसे प्यारे सर्वशक्तिमान परमेश्वर
197सभी इंसानो, परमेश्वर की आराधना करने आओ
198कलीसिया में हम साथ एकत्र होते हैं
204तेरे द्वारा सृजित, मैं हूँ तेरी
205दुखद दुनिया के लिए एक विलाप
206धार्मिक, सर्वशक्तिमान और व्यावहारिक परमेश्वर
208परमेश्वर के शुभ समाचार की प्रतीक्षा में
209अँधेरे और दमन के बीच उठ खड़े होना
210परमेश्वर के हृदय को अभी तक सुकून नहीं मिला है
211तुम्हीं बचा सकते हो मुझे केवल
212परमेश्वर के हृदय से बेहतर कोई हृदय नहीं
213आखिरकार मैं परमेश्वर से प्रेम कर सकती हूं
214कौन है परमेश्वर के हृदय के लिए विचारवान
216हमें ईश्वर के सामने हमेशा शांत रहना चाहिए
220हम अंत के दिनों के मसीह के गवाह हैं
221मैं पूरी निष्ठा से परमेश्वर को संतुष्ट करने का निश्चय कर चुका हूँ
225परमेश्वर के प्रेम का गुणगान हो हमेशा
226प्रायश्चित्त
227खोये हुए उद्धार को कैसे हासिल करूँ
230परमेश्वर के वचन मुझे फिर से उठाते हैं
234परमेश्वर का प्रेम मेरी आत्मा को जगाता है
235परमेश्वर का प्रेम इंसानों के बीच है
237हम भाग्यशाली हैं कि हम परमेश्वर के आगमन के साक्षी हैं
239मैं परमेश्वर के वचनों द्वारा जीत लिया जाता हूँ
240मेरे दिल की गहराई में एक पीड़ा है
241यदि परमेश्वर ने मुझे बचाया न होता
245परमेश्वर के लिए मेरा प्यार कभी नहीं बदलेगा
247परमेश्वर के वचनों का सत्य बहुत मूल्यवान है
248आत्म-मंथन से मिलता है मार्ग मुझे अनुसरण का
251परमेश्वर की प्रजा की प्रार्थना
252केवल सत्य की तलाश ही जीवन ला सकती है
253परमेश्वर का अनुसरण करने के लिए कृत-संकल्प
254इस बात को जान लो कि मसीह चिरकालिक सत्य है
255जीने के लिये इंसान के पास सत्य होना चाहिये
257मैं परमेश्वर के प्रेम का प्रतिदान करना चाहता हूँ
259मैं परमेश्वर की उपस्थिति में रहता हूँ
260कौन समझता है परमेश्वर की व्यथा?
262परमेश्वर से प्रेम करने के प्रयास में परम आनंद है
263जो करते हैं प्यार परमेश्वर से रहते हैं वे रोशनी में
264परमेश्वर द्वारा उद्धार से आनंदित हैं हम
265पा नहीं सकते थाह परमेश्वर के कार्यों की
266ईमानदार इंसान बनने में इतना अद्भुत आनंद है
268तुम्हारी रोशनी में आता है हर देश
269मेरा हृदय परमेश्वर के वचन को सँजोए रखता है
271केवल परमेश्वर ही सर्वश्रेष्ठ है
273समय
274मेरे प्रिय, इंतज़ार करो मेरा
276मनुष्य का पुत्र प्रकट हुआ है
277सर्वशक्तिमान परमेश्वर, अंत के दिनों का मसीह
280सर्वशक्तिमान परमेश्वर का धन्यवाद और यशगान
281हम तेरी आराधना करते हैं देहधारी सर्वशक्तिमान परमेश्वर
282हम परमेश्वर के घर में इकट्ठा होते हैं
283मसीह का राज्य है स्नेह से भरा घर
284बहुत आनंदमय है कलीसियाई जीवन
285यहाँ का आसमान है कितना नीला
286परमेश्वर का प्रेम हमें करीब लाता है
288परमेश्वर के सामने लौट आना सचमुच एक आशीष है
290वापसी
291सत्य को स्वीकार करना बुद्धिमान कुँवारी होना है
292हम सभी पीढ़ियों में सबसे धन्य हैं
293परमेश्वर के प्रेम का प्रोत्साहन
294परमेश्वर के सामने खुद को शांत करना
296राज्य में नए जीवन की स्तुति
297परमेश्वर की स्तुति में नाचो, गाओ
298परमेश्वर के लिए अपने दिल के प्रेम को गाकर सुनाओ
299परमेश्वर को सच्चा प्रेम करना ही सबसे बड़ी ख़ुशी है
300परमेश्वर के लिये प्रेम-गीत सदा गाते रहेंगे हम
301परमेश्वर के प्रति मेरा प्रेमपूर्ण लगाव
302हमारा प्यारा
303सर्वशक्तिमान परमेश्वर, प्रिय हमारे
304परमेश्वर के प्रेम का प्रतिदान देना और उसका साक्षी होना
305मैं परमेश्वर को प्रेम करना चाहता हूँ
307सर्वशक्तिमान परमेश्वर मुझसे प्रेम करता है
308परमेश्वर का प्रेम सबसे सच्चा है
309हमारा परमप्रिय सर्वशक्तिमान परमेश्वर
312परमेश्वर ने बहुत बड़ी कीमत चुकाई है
313परमेश्वर का प्रेम प्रतीक्षा कर रहा है
314परमेश्वर के सामने जी कर मैं बहुत खुश हूँ
315परमेश्वर का प्रेम पाकर सचमुच खुशी मिलती है
316प्रकाश के मार्ग पर मसीह का अनुसरण करो
317परमेश्वर में आस्था बहुत आनंद देती है
319ईमानदार लोगों में ही होती है इंसानियत
321कितने धन्य हैं वे, जो परमेश्वर से प्रेम करते हैं
322परमेश्वर की दूर जाती आकृति को निहारना
323मैं परमेश्वर का प्रेम सदा मन में रखूँगा
324हे परमेश्वर, मेरा दिल हमेशा तुझसे जुड़ा रहेगा
325मेरी दिली तमन्ना परमेश्वर को प्यार करना है
326धार्मिकता के लिए कष्ट उठाना
327उथल-पुथल भरा मार्ग मुझे और भी कृतसंकल्प बनाए
329मुश्किलों से गुज़रकर परमेश्वर के प्रति मेरा प्रेम और मज़बूत हुआ है
330शाश्वत दाग
331परमेश्वर का प्रेम साथ हो तो, मुझे किसी का भय नहीं
335दिल की इच्छा
336अपने उद्देश्य के योग्य होना
337उत्पीड़न से मेरा संकल्प और भी मजबूत होता है
338परमेश्वर का अनुसरण बहुत बारीकी से करो
341मैं परमेश्वर की गवाही देने के लिए जीने की शपथ लेती हूँ
342मैं मरते दम तक निष्ठापूर्वक परमेश्वर का अनुसरण करने की प्रतिज्ञा करती हूँ
344मैं देखता हूँ कि परमेश्वर का प्रेम कितना सच्चा है
345न्याय के माध्यम से एक जागृति
346परमेश्वर के वचनों ने मेरे दिल को जगा दिया
347परमेश्वर का न्याय मुझे पाप से बचाता है
348परमेश्वर के वचनों द्वारा शुद्ध होना
349परमेश्वर से प्रेम करने में कोई पश्चाताप या शिकायत नहीं है
351सत्य का अनुसरण करना बहुत सार्थक है
352लोगों की ख़ुशामद करने वाले एक व्यक्ति का आत्म-चिंतन
353लोगों को खुश रखने वाले का जागृत होना
354बेड़ियाँ
355परमेश्वर का न्याय एक आशीष है
360मैं परमेश्वर को अपनी वफादारी अर्पित करना चाहता हूँ
361परमेश्वर के विश्वासियों को क्या खोजना चाहिये
362अतीत मुझे तलवार की तरह बेधता है
363परमेश्वर ने बहुत प्रतीक्षा की है
364अंतिम क्षणों को संजो कर रखो
365पश्चाताप करके एक नई शुरुआत करना
366आखिरकार मैं एक इंसान की तरह जी रहा हूँ
367परमेश्वर की मनोहरता सदा मेरे मन में रहती है
368परमेश्वर का न्याय बहुत मूल्यवान है
369मुझे परमेश्वर के प्रेम ने बचाया
370परमेश्वर का प्रेम रहता है मेरे दिल में सदा
371परमेश्वर द्वारा इंसान का उद्धार एक सच्चाई है
372मैं आजीवन केवल परमेश्वर से प्रेम करना चाहती हूँ
374परमेश्वर का प्रेम कितना सच्चा है
375परमेश्वर से प्रेम करने का अवसर सँजो लो
376मैं परमेश्वर को अपना सच्चा हृदय अर्पित करता हूँ
386परमेश्वर में आस्था की उक्तियाँ
391परमेश्वर के वचनों से दूर रहकर कोई कहीं नहीं पहुँच सकता